रणवीर सिंह, शाहिद कपूर और दीपिका पादुकोण अभिनीत और संजय लीला भंसाली द्वारा निर्देशित फिल्म पद्मावत तो आपने देखी होगी. यह फिल्म रिलीज से पहले काफी चर्चित और विवादित रही है. यहां तक कि फिल्म को देखने के बाद लोगों को अलाउदीन खिलजी की अनेक आदतों के बारे में जानकारी मिली.
लेकिन आज हम आपको इतिहास में दर्ज खिलजी की उन आदतों के बारे में बता रहे हैं जिसके बारे में संभवतः आप नहीं जानते हों. जायसी द्वारा लिखे गए पद्मावत में एवं ग्रंथ तारीख-ए-फिरोजशाही में अलाउद्दीन खिलजी की इन आदतों का जिक्र है.
अलाउद्दीन खिलजी का नाम खिलजी वंश में सबसे क्रूर शासक के रूप में जाना जाता है. क्रूर शासक के लिए तो वे प्रसिद्ध थे ही साथ ही वहशी और कामुक शासक के लिए भी उन्हें जाना जाता है. अलाउद्दीन खिलजी स्त्रियों के अलावा पुरुषों के शरीर में भी रुचि रखते थे.
अलाउद्दीन खिलजी अपनी हवस के लिए बहुत मशहूर थे. गुजरात अभियान के दौरान उन्होंने एक मलिक काफूर नामक गे व्यक्ति को 1000 दीनार देकर खरीदा था. मालिक काफूर दिखने में बहुत खूबसूरत था. इसीलिए खिलजी की रूचि उसमे थी.
इतिहास में ऐसा बताया गया है की सुल्तान अलाउद्दीन खिलजी मलिक काफूर के साथ में समलैंगिक संबंध बनाता था. अलाउद्दीन खिलजी मलिक काफूर से इतना प्रेम करने लग गया था की उसने मालिक काफूर को अपनी सेना का प्रमुख सेनापति तक बना दिया था. जबकि मलिक काफूर में सेनापति बन्ने की योग्यता नहीं थी.
सल्तनत कालीन ग्रन्थ तारीख-ए-फिरोजशाही में अलाउद्दीन खिलजी के लिए यहाँ तक लिखा गया है की बिना दाढ़ी मूछ वाले लड़कों के प्रति अलाउद्दीन खिलजी बहुत आकर्षित होते थे. अलाउद्दीन खिलजी अपने हरम में खूबसूरत बच्चों को औरतों वाला लिबास पहनाकर उनसे नृत्य करवाते थे.
जायसी की रचना पद्मावत के अनुसार अलाउद्दीन खिलजी सिर्फ औरतों को ही नहीं बल्कि बच्चों के लिए भोग विलास के रूप में उन्हें एक वस्तु समझ कर उनका इस्तेमाल करते थे. इन्ही कारणों से उनके हरम में स्त्रियों के साथ-साथ पुरुष एवं बच्चे भी होते थे.
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