भाजपा के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने केरल के सबरीमाला मंदिर में स्त्रियों के प्रवेश पर प्रतिबंध को लेकर उसको उचित ठहराया है. सुब्रमण्यम स्वामी के इस बयान पर जबरदस्त हड़कंप मच गया.

भाजपा के वरिष्ठ नेता सुब्रमण्यम स्वामी गुरुवार को निरमा विश्वविद्यालय के कार्यक्रम में बोल रहे थे. उसी समय उन्होंने कहा कि जिस क्षेत्र में यह मंदिर स्थित है, वहां की स्थिति अलग है. उसका प्रभाव महिलाओं पर बहुत अधिक पड़ता है. जिससे कि रजस्वला स्त्रियों के प्रवेश लेने से उनको नुकसान हो सकता है. इसलिए वहां पर रजस्वला महिलाओं के प्रवेश पर प्रतिबंध लगाया जाना बहुत ही उचित है.

आपको बता दें कि पिछले ही दिनों सुप्रीम कोर्ट ने महिलाओं का उस मंदिर में प्रवेश करने पर जो प्रतिबंध लगा हुआ था, उसे गैरकानूनी ठहराया था. और महिलाओं को प्रवेश देने की बात पर जोर दिया था. कोर्ट के इस फैसले के बावजूद भारी विरोध के कारण अब मंदिर में ऐसी महिलाओं को प्रवेश नहीं मिल सका तो दोनों तरफ से एक तरह से विवाद चल रहा है.
इसी बीच इस मुद्दे पर भाजपा के वरिष्ठ नेता सुब्रमण्यम स्वामी का बयान आ गया. अब इस मुद्दे पर जबरदस्त चर्चा हो रही है. कुछ लोग तो इस पक्ष में हैं की महिलाओं को मंदिर में प्रवेश मिलना चाहिए. क्योंकि महिलाओं में जो मासिक धर्म वाली प्रक्रिया है, वह नेचुरल है. उससे किसी प्रकार का कोई नुकसान नहीं है.

जबकि कुछ लोगों की यह मान्यता है इस तरह की महिलाओं का प्रवेश मंदिर में नहीं होना चाहिए. इससे मंदिर की पवित्रता भंग होती है. भगवान रुष्ट होते हैं. उस स्त्री को भी किसी ना किसी प्रकार का नुकसान हो सकता है. इन दोनों ही बातों को लेकर अलग-अलग मान्यता के कारण महिलाओं को प्रवेश दे या न दे यह असमंजस की स्थिति बनी हुई है. इन बातों को देखते हुए सबरीमाला मंदिर में जबरदस्त सुरक्षा के इंतजाम किए गए हैं और भारी संख्या में वहां श्रद्धालुओं की भीड़ देखी गई है.
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