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Monday, August 20, 2018

Mahesh Bhatt wanted to marry his own daughter : महेश भट्ट करना चाहते थे अपनी ही बेटी से शादी



बॉलीवुड के मशहूर फिल्मकार महेश भट्ट को कौन नहीं जानता. लेकिन आपने यह भी सुना होगा की महेश भट्ट की जिंदगी अजीब तरह की है. महेश भट्ट की जिंदगी का एक राज शायद आपको पता नहीं होगा, हम आपको बताते हैं. आपको बता दें कि महेश भट्ट बॉलीवुड के ऐसे निर्देशक हैं जो अक्सर अपने बयानों के माध्यम से चर्चा में रहते हैं. महेश भट्ट की फिल्में भी इस तरह की होती है जिसे लोग बड़े इंटरेस्ट के साथ देखते हैं.
आपको बता दें कि महेश भट्ट के पिता हिंदू है और उनकी मांग मुस्लिम है. महेश भट्ट की पत्नी भी मुस्लिम है. महेश भट्ट उनके पिता से कुछ नाराज हैं इसलिए वे अपने पिता से दूर रहते हैं. महेश भट्ट अपनी जवानी के दिनों में कॉलेज की एक गोरी ब्राइट नाम की लड़की से प्रेम करते थे. बाद में महेश भट्ट ने उसका नाम बदलकर किरण रख लिया.
आपको बता दें कि महेश भट्ट की पहली शादी किरण के साथ ही हुई थी. किरण से महेश भट्ट की दो संताने हैं. पूजा भट्ट और राहुल भट्ट. लेकिन किरण से शादी करने के बाद महेश भट्ट बॉलीवुड की अभिनेत्री परवीन बॉबी के साथ रोमांस करने लगे. यही कारण था कि उन्होंने किरण को  छोड़ दिया.
इसी बीच महेश भट्ट सोनी राजदान से प्रेम करने लगे और बाद में उन्होंने सोनी राजदान से शादी कर ली.  उनसे शादी करने के बाद महेश भट्ट ने मुस्लिम धर्म अपना लिया. आपको बता दें कि एक बार महेश भट्ट और पूजा भट्ट ने आपस में किस करते हुए एक फोटो शूट करवाया था.
वह फोटो जब लोगों के सामने आया तो  इस पर जबरदस्त विवाद हुआ था. इसी संदर्भ में जब महेश भट्ट का इंटरव्यू लिया गया तो उन्होंने एक ऐसा स्टेटमेंट दिया था जो कि एक तरह से बहुत विवादास्पद था. महेश भट्ट ने पूजा भट्ट से शादी करने की बात कह दी थी. महेश भट्ट ने यह कहा था की पूजा यदि मेरी बेटी नहीं होती तो मैं उससे शादी कर लेता.
इस बयान को लेकर के बॉलीवुड में ही नहीं बल्कि पूरे देश में जबरदस्त हलचल मच गई थी. तमाम तरह के मीडिया माध्यमों में खूब चर्चा की. लोगों के अलग-अलग तरह के कमेंट थे. अनेक जगह पर महेश भट्ट की फिल्मों का विरोध भी होने लगा था.
लेकिन बॉलीवुड में इस तरह के बयान अक्सर आते रहते हैं. कई बार इस तरह के  बयान उस अभिनेता को, उस फिल्म को चर्चित भी कर देते हैं. कई बात इस तरह के बयान सुनियोजित तरीके से भी दिए जाते हैं. लेकिन जो हो भी हो इस तरह के बयान भारतीय दृष्टि से उचित नहीं है.

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