पुरंदर फोर्ट महाराष्ट्र के बहुत प्राचीन किलो में से गिना जाता है. ऐसा भी कहा जाता है कि इस किले में छत्रपति शिवाजी के पुत्र संभाजीराव का जन्म हुआ था. इतिहास में यह किला काफी लोकप्रिय रहा है.

पौराणिक कथा के अनुसार इस किले का निर्माण यादव राजवंश के दौरान किया गया था. उसके बाद कई ताकतवर राजवंशों ने इस किले पर राज किया. यह जो पहाड़ी है इस पर एक पौराणिक तथ्य भी जुड़ा हुआ है.

ऐसा कहा जाता है कि इस पहाड़ी को हनुमान जी हिमालय से लेकर आए थे. यह किला चूँकि पहाड़ी पर बना हुआ है इसलिए यहां एडवेंचर के शौकीन पर्यटकों का आगमन लगा रहता है. घूमने के दृष्टिकोण से भी यह स्थान बहुत ही खूबसूरत है. सबसे बड़ी बात यह है कि है यह स्थल प्राकृतिक रूप से इतना खूबसूरत है की सबको अच्छा लगता है.

पुरंदर का यह किला ऐतिहासिक रूप से इतना विशिष्ट है कि लोग अलग अलग प्रकार से इसकी जांच भी करते रहते हैं. मौसम के अनुसार भी यह स्थल लोगों को आकर्षित करता है. पुणे से यह मात्र 45 किलोमीटर की दूरी पर है. आने जाने के दृष्टिकोण से भी काफी सुविधाजनक स्थल है यह. ट्रेन एवं प्लेन दोनों ही साधनों से यहां पर आसानी से आया जा सकता है.
Post a Comment