पिछले कुछ दिनों से लगातार पेट्रोल और डीजल के दामों में कमी आ रही है. लगभग हर दूसरे या तीसरे दिन डीजल के दामों में कमी आने के कारण जनता खुश है. लेकिन सीधा सीधा इसका कारण है चुनाव की तारीख नजदीक होन. हर पार्टी चाहती है उसका कैंडिडेट जीते.
ऐसे में आमजन को राहत देने के लिए पेट्रोल डीजल के दाम कम किए जा रहे हैं. हालांकि इसके पीछे दूसरे लोग यह भी कह रहे हैं की चुनाव में आमजन से अधिक नेताओं की गाड़ियां दौड़ती है और वह अपने कार्यकर्ता की गाड़ियों में पेट्रोल डलवाते हैं. उन्हें पेट्रोल सस्ता मिले इसलिए पेट्रोल और डीजल के दाम सस्ते करवाए जा रहे हैं.
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जबकि एक तरफ अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमत कम होने के कारण भी यह गिरावट आई है. सरकार ने चुनाव नजदीक होने के कारण इस पर इतनी छूट दे दी है कि इस पर टैक्स नहीं बढ़ाया गया है.
जबकि आमजन यही कह रहा है की चुनाव के कारण सरकार ने दाम घटाए हैं और जैसे ही चुनाव समाप्त होंगे तो वही स्थिति पेट्रोल-डीजल की आने वाली है. मतदान के बाद फिर से महंगा पेट्रोल डीजल मिलेगा. कच्चे तेल की जितनी कीमतों की गिरावट हुई है, उसके अनुपात में आमजन को राहत नहीं मिल रही है. कच्चे तेल की गिरावट के आधार पर पेट्रोल डीजल के दाम कम होते तो आमजन को और अधिक राहत मिलनी चाहिए थी.
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