तेल की कीमत लगातार बढ़ रही है. यहां तक कि ऑयल की कीमत कम करने के बावजूद भी तेल की कीमत में कमी नहीं आ रही है. तेल की कीमतों में लगातार बढ़ोतरी के कारण सरकार भी चिंतित है.

सरकार अब ऐसी योजना बना रही है, जिसके तहत कोशिश की जाएगी की तेल की कीमतों पर नियंत्रण किया जा सके. इसके लिए सरकार ने तेल रिजर्व बढ़ाने की योजना बनाई है. यानि की तेल का स्टोक करके रखा जाए, ताकि जब उसकी कीमत बड़े तो वह तेल वितरित किया जाए.

जानकारों का यह दावा है कि इस तरह से यदि तेल स्टोक करके रखा जाएगा तो निश्चित रूप से तेल के दामों में जो बढ़ोतरी होती है, उसे रोका जा सकता है. इससे तेल की कीमत बहुत जल्दी कम हो सकती है.
सरकार अब ऑयल रिजर्व की क्षमता बढ़ाने का विचार कर रही है. फिलहाल भारत के पास मात्र 3 अंडरग्राउंड स्टोरेज मौजूद है. इनमें लगभग 53 लाख टन तेल स्टोर हो सकता है लेकिन सरकार योजना बना रही है की दो पेट्रोलियम स्टोर और होने चाहिए.
इन दो स्टोर के और होने से निश्चित रूप से बड़ी मात्रा में तेल का स्टोर होने लगेगा. ये दो स्टोर ओडिशा और कर्नाटक में बनाने की योजना सरकार कर रही है. इसके लिए सरकार को कुछ वैश्विक निवेशकोण की आवश्यकता है. वह निवेशक जैसे ही सरकार को मिल जाएंगे तो सरकार तुरंत इस तरह के काम करने में लग जाएगी.

इससे कच्चे तेल का भंडार हो पाएगा और बाद में जो तेल की कीमतों में इजाफा होगा तो निश्चित रूप से उसमें कमी की जा सकती है और अंतर्राष्ट्रीय बाजार में बढ़ते हुए तेल की कीमतों के प्रभाव पर नियंत्रण किया जा सकता है. आम लोगों को भी इससे बहुत राहत मिलेगी.
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