संगीत सबको अच्छा लगता है. संगीत में हर प्रकार की संवेदना होती है. सुख, दुख, प्यार, प्रेम, उत्साह, जोश, उमंग आदि सभी प्रकार का संगीत होता है और हर भाव के अनुकूल प्रतिकूल संगीत का अपना आनंद होता है. संगीत की विशेषता यह है की यह मनुष्य को ही नहीं बल्कि कई बार पशुओं को भी अच्छा लगता है.
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आज हम आपको एक ऐसी अजीबोगरीब खबर के बारे में बता रहे हैं, जिसे सुनकर आप चोंक जायेंगे. कुछ गायें एसी हैं जोंको संगीत सुनने की आदत है. संगीत सुन सुन के उनको ऐसी आदत हो गई की जब तक वे संगीत नहीं सुनते हैं तब तक दूध नहीं देते हैं.
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राजस्थान के कुछ इलाकों में दूध उत्पादन को बढ़ाने के लिए बहुत सारी जगह डेरी खोल रखी है. यहां पर जहां-जहां डेरी खोल रखी है, वहां दूध उत्पादन बढ़े इसके लिए गाय- भैंसों को संगीत सुनाया जाता है. आप विश्वास नहीं करेंगे संगीत को सुनकर के यह गाये अधिक दूध देने लगी हैं.
नीमकाथाना खेतड़ी रोड पर एक जगह श्री गोपाल गौशाला है. इस गौशाला में गायों को सुबह शाम तीन-तीन घंटे संगीत सुनाया जाता है. वहां के गाय पालकों का कहना है की इस प्रयोग के कारण लगभग 20% दूध की वृद्धि हो गई है.
गौशाला के अध्यक्ष दौलतराम गोयल का कहना है इस गौशाला में लगभग 500 गायें हैं. पिछले 2 साल से लगातार सुबह 5:00 बजे से 7:00 बजे तक और शाम को 4:00 बजे से 6:00 बजे तक संगीत सुनाया जाता है और इस संगीत की धुन के कारण गायों के दूध की वृद्धि हो गई है. बल्कि कुछ गायों को तो संगीत की ऐसी आदत पड़ गई है, की वे बिना संगीत सुने दूध देती ही नहीं हैं.
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