दोस्तों आजकल चुनाव का माहौल चल रहा है. राजस्थान में अगले महीने चुनाव होने वाले हैं. अर्थात् दिसंबर में चुनाव होने वाले हैं. इसी तरह कई जगह कई राज्यों में चुनाव होने वाले हैं और इसी बीच अगले साल लोक सभा के चुनाव भी होने वाले हैं.
अलग अलग नेता अलग अलग जगह पर अपनी अपनी सांठगांठ बैठा रहे हैं. वह कहां से चुनाव लड़ेंगे और कहां से चुनाव नहीं लड़ेंगे. किस पार्टी से चुनाव लड़ेंगे या किस पार्टी से चुनाव नहीं लड़ेंगे. इसी बीच बसपा प्रमुख मायावती का एक बड़ा बयान आया है.
कुछ दिनों पहले उन्होंने बयान दिया था की वे छत्तीसगढ़ में कांग्रेस के साथ गठबंधन करके चुनाव नहीं लड़ेंगी. अभी उन्होंने एक बड़ा बयान फिर दिया है. वह राजस्थान और मध्य प्रदेश के अंदर भी कांग्रेस के साथ गठबंधन करना नहीं चाहती. कांग्रेस के साथ गठबंधन करके चुनाव नहीं लड़ना चाहती.
मायावती ने यहां तक स्पष्ट कर दिया की बसपा कांग्रेस के साथ किसी भी स्तर पर, कहीं पर भी चुनाव लड़ने के लिए तैयार नहीं है. कांग्रेस के साथ मिलकर चुनाव लड़ना ही नहीं चाहती है. वह या तो अपने दम पर अकेले चुनाव लड़ेगी या कांग्रेस के अलावा किसी दूसरी पार्टी का समर्थन जरूर कर सकती है.
आपकी जानकारी के लिए बता दे की मायावती ने उत्तर प्रदेश में सपा के साथ संभावित गठबंधन के संकेत दिए हैं. ऐसा करने से कांग्रेस के दरवाजे एक तरह से उन्होंने बंद कर दिए हैं. दरअसल दिग्विजय सिंह के बयान के बाद मायावती ने इस तरह की बात कही है.
उन्होंने कहा दिग्विजय सिंह किसी भी रूप में यह नहीं चाहते कि कांग्रेस और बसपा के बीच समझौता हो. बल्की कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी और उसकी संरक्षक सोनिया गांधी तो गठबंधन के लिए सहमत हैं.
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