भारत में पहले बहुत राजा महाराजा होते थे. राजा महाराजाओं के बड़े एश थे. राजा महाराजाओं की बड़ी ही ठाट थे. जमीन जायदाद से लेकर के अनेक राज्यों की रियासत और पैसे और धन दौलत की भी कमी नहीं थी उनके पास.
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राजा महाराजा एक नहीं अनेक शादियां करते थे. एक राजा तो ऐसा हुआ है जिसके 365 रानीयां थी. वह हर रात अलग रानी के पास व्यतीत करता था. इस राजा का नाम था भूपेंद्र सिंह महाराज. यह पटियाला रियासत के रजा थे.
सबसे बड़ी बात यह थी की 365 रानियों में से किसके साथ राजा रात व्यतीत करेंगे इसका चुनाव बड़ा विशेष तरीके से किया जाता था. महाराजा भूपेंद्र सिंह ने पटियाला की राजगद्दी पर लगभग 38 साल तक शासन किया.
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इस राजा ने अपनी सभी रानियों के लिए एक आलीशान महल बनवाया था. इस महल के अंदर 365 लालटेन जलती थी. ये 365 लालटेन बहुत ही खास थी. ये 365 लालटेन ही तय करती थी कि राजा किस रानी के साथ अपनी आज की रात व्यतीत करेंगे. विशेष बात यह थी इन सभी लालटेन के ऊपर राजा ने अपनी सभी 365 रानियों के नाम लिखवा रखे थे. दूसरे दिन जो लालटेन सबसे पहले बंद जाती थी अर्थात जिसका तेल सबसे पहले समाप्त हो जाता था.
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राजा उसी रानी के यहां अगली रात व्यतीत करते थे. इस तरह से यह नियम बना रखा था राजा ने. भूपेन्द्र सिंह अपने समय के एक विशिष्ट राजा थे. जिनके पास इतनी रानियां थी. आसपास के दूसरे राजा इस बात से ईर्ष्या भी करते थे, डरते भी थे एवं कई मामलों में कमजोर भी थे.
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