यूं तो आजकल दुनिया में बहुत सारे रिश्तो के मायने बदले रह हैं. रिश्तो की परिभाषाओं को लोगों ने तोड़ कर के रख दिया है. यह कहा जाए कि अपने अनुसार परिभाषा बना ली है तो भी कोई गलत न होगा.

लेकिन फिर भी समाज के कुछ बंधन, नियम, कानून यहां तक कि नीति शास्त्र ऐसा कहता है कि हमें कुछ स्त्रियों का विशेष सम्मान करना चाहिए. कुछ स्त्रियां इस प्रकार की होती हैं जिनके ऊपर बुरी दृष्टि कभी भी नहीं डालनी चाहिए. नीतिशास्त्र कहता है यदि आपने तीन प्रकार की स्त्रियों पर बुरी नजर डाली तो उनसे प्रेम करने की कोशिश की तो आप निश्चित रूप से बहुत बड़े पाप के भागी बनेंगे. ये तीन प्रकार की स्त्रियों कौन हैं? आइए आज हम आपको बताते हैं.

विधवा स्त्री
भूलकर भी विधवा स्त्री पर गलत दृष्टि नहीं डालनी चाहिए. विधवा स्त्री कितनी भी खूबसूरत और जवान क्यों न हो उसके साथ संबंध तो बिल्कुल भी स्थापित नहीं करना चाहिए. बल्कि एसी स्त्री के दुख को समझ कर उसके दुख को दूर करने का प्रयास करना चाहिए. नीतिशास्त्र यही कहता है विधवा स्त्री के प्रति कुदृष्टि डालने से आपको निश्चित रूप से बड़े नुकसान होने की संभावना होती है.

अपंग स्त्री
नीति शास्त्र के अनुसार यदि किसी महिला का कोई अंग भंग है. वह किसी अंग से अपंग है. उस पर भी गलत दृष्टि नहीं डालनी चाहिए. उसके साथ भी प्रेम संबंध स्थापित करने की कोशिश नहीं करनी चाहिए.
दोबारा विवाहित स्त्री
यदि किसी स्त्री का पति किसी कारण से मर गया और उसने पुन: विवाह किया है तो एसी स्त्री पर भी कुदृष्टि नहीं डालने चाहिए. उससे भी प्रेम संबंध स्थापित नहीं करना चाहिए. अन्यथा आप बहुत बड़े पाप के भागी बन जाएंगे. नीति शास्त्र के अनुसार इन सब से बचकर रहना चाहिए. यदि अपने आप को ठीक रखना चाहते हैं तो.
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