टेक्नोलॉजी में चीन और जापान सबसे आगे हैं. दुनिया उनका लोहा मानती और सबसे बड़ी बात यह है की उस टेक्नोलॉजी में नई नई तकनीक ही नहीं बल्कि सस्ते से सस्ते उपकरण भी उपलब्ध करवाने में चीन बहुत माहीर है.
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अब चीन अपना खुद का चांद बनाने की योजना में लगा हुआ है. अपना चांद बनाकर इससे लाइट पैदा करेगा. जिससे की लाइट की बचत हो सके. आसानी से रोशनी की पूर्ति की जा सके.
चेंगदू प्रांत के वैज्ञानिक अगले 2 साल यानी कि 2020 तक आकाश के अंदर एक विशेष सेटेलाइट भेजने वाले हैं. इस उपग्रह से चीन का करीब 100 किलोमीटर का दायरा प्रकाशित हो जाएगा और यह उपग्रह से निर्मित अपना चंद्रमा चीन का ऐसा होगा जो की असली चंद्रमा से लगभग 8 गुना अधिक रोशनी देगा.
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यह चाँद आकाश मार्ग से विशेष रोशनी बिखेरने में कामयाब होगा. इससे कृत्रिम रोशनी फैलाई जाएगी. इसको बनाने वालों का यह दावा है कि इससे बिजली की बहुत ज्यादा बचत हो जाएगी. असली चांद एवं नकली चांद दोनों की रौशनी के बाद सड़कों पर स्ट्रीट लाइट भी लगाने की जरूरत नहीं होगी. इतना उजाला रात में आसानी से हो जाएगा.
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इससे पहले भी बहुत सारे लोग इस तरह के प्रयास कर चुके हैं. अलग अलग रूप से उन में उन्हें सफलता भी मिली है. चीन के नकली चांद बनाने पर पर्यावरण विशेषज्ञों का कहना है कि इससे प्रकाश प्रदूषण बढ़ने की संभावनाएं बहुत अधिक हो जाएगी. क्योंकि उनका कहना है कि सेटेलाइट से निकलने वाला प्रकाश बहुत अधिक प्रभावी और हानिकारक होगा. जिससे अनेक तरह की बीमारी होने की संभावना पैदा हो जाएगी.
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