दोस्तों आपने महाभारत की कहानी तो सुनी होगी, पढ़ी होगी या फिर देखी होगी. युधिष्ठिर ने सब कुछ दाव पर लगा दिया था. अपनी पत्नी को भी, अपने भाइयों को. ऐसी ही एक खबर अब कलयुग में भी आई है.
खबर आई है कि एक व्यक्ति ने जुआ खेलते हुए सब कुछ दांव पर लगा दिया. यहाँ तक की अपने बेटे को भी दांव पर लगा दिया और बाद में बेटा को हार गया. आइए आपको बताते हैं यह पूरी कहानी क्या है.
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बिहार के मुजफ्फरपुर के मीनापुर थाना क्षेत्र के तुर्की पश्चिमी पंचायत का यह मामला है. यहां पर तुर्की पंचायत में घरारी एक गांव है. यहाँ अक्सर लोग जुआ खेलते हैं. कहना तो यह चाहिए की जुआ तो पूरे देश भर क्या विश्व भर में अनेक जगह खेला जाता है.
लेकिन घरारी गांव का एक युवक जुआ खेलते खेलते बहुत कुछ हार गया. एक व्यक्ति ने कहा मेरा 5 साल का बेटा मैं दांव पर लगाता हूं. यदि मैं हार गया तो मेरा बेटा तुम्हारा. इसके बाद दोनों ने खेलना शुरू किया. खेल का पाशा कुछ उल्टा हो गया. अपने बेटे को जुए में हार गया. जो व्यक्ति अपने बेटे को जुए में हारा उसका नाम संतोष कुमार है.
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संतोष कुमार हारने के बाद बहुत डर गया. जीतने वाले व्यक्ति का नाम है राम भजन. राम भजन जीतने के बाद बहुत खुश हुआ. राम भजन ने कहा अब हम जीत गए हैं और तुम अपना बेटा हार चुके हो. संयोग से बच्चा उधर ही था, तो राम भजन बच्चे को ले जाने लगा. इस बात का जब गाँववालों को पता लगा तो गांव में जमकर हंगामा हो गया.
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दोनों पक्षों में जमकर मारपीट की. सबसे बड़ी हैरान करने वाली बात यह है कि मीनापुर पुलिस इस मामले में अब तक अनजान है. उसे खबर तक नहीं है. गांव में पंचायत बैठ गई. इस मामले को सुलझाने के लिए. फिर हारने वाले संतोष कुमार को सभी के सामने 50 बार कान पकड़कर उठक बैठक करने और जीतने वाले को 25 बार उठक बैठक करा कर के मामला रफा-दफा किया गया.
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