भारत विभिन्नता का देश है. अनेक परंपराएं, अनेक धर्म, अनेक रीति रिवाज यहां पर मौजूद हैं. आज भी भारत में अनेक स्थान ऐसे हैं जहां पर पुरानी परंपराओं को एवं रीति-रिवाजों को निभाया जाता है और कुछ विशेष जातियों तो ऐसी हैं जिनमें यह प्रचलन लगातार चला आ रहा है.
आज हम आपको एक ऐसी ही परंपरा के बारे में बता रहे हैं जहां पर की दुल्हन से दूल्हे की बहन शादी करती है. गुजरात का एक छोटा सा गांव है जिसका नाम है उदयपुर. इस गांव में सैकड़ों सालों से यह प्रथा चली आ रही है. दो लड़कियां आपस में शादी करती है.
इसके पीछे का कारण यह है की यह माना जाता है कि इस गांव के सभी देवता कुंवारे हैं. इसलिए लड़के फेरे नहीं कर सकते. इस गाँव में कोई भी पुरुष बारात लेकर दुल्हन के घर नहीं जाता है. दूल्हे की बहन दूल्हा बनकर शादी करती है.

यह प्रथा उदयपुर के सुरखेड़ा, अंबाला और सनाडा में रहने वाले समाज में बहुत अधिक प्रचलित है. पिछले 300 वर्षों से इस प्रथा को निभाया जा रहा है. दूल्हे की बहन दुल्हन को वरमाला डालकर, सात फेरे लेकर घर ले आती है. उसके बाद वह दुल्हन अपने पति के साथ रहती है.
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