सलमान खान एवं कैटरीना कैफ स्टारडम फिल्म टाइगर जिंदा है इस साल की बहुप्रतीक्षित फिल्म मानी जाती है. अली अब्बास जफर के निर्देशन में बनी हुई यह फिल्म कबीर खान के निर्देशन में बनी फिल्म ‘एक था टाइगर’ का एक तरह से सीक्वेल है और एक साऊथ फिल्म का रीमेक.
टाइगर जिंदा है फिल्म के गाने बेहद लोकप्रिय हो चुके हैं और इंटरनेट पर 24 घंटे में सबसे अधिक देखे जाने वाले गानों का रिकॉर्ड बना चुके हैं. इस फिल्म की कहानी में आईएसआईएस आतंकवादियों के चंगुल में इराक में 25 भारतीय नर्स फंस गई हैं जिन्हें टाइगर अपने दम पर इन आतंकवादियों से छुड़ाता है. इसी के इर्द गिर्द यह सारा घटनाक्रम चलता है. लेकिन आपको बता दें कि टाइगर जिंदा है से पहले इसी घटना पर एक मलयालम फिल्म बन चुकी है जिसका नाम है ‘टेक ऑफ’. महेश नारायणन के निर्देशन में बनी इस मलयालम फिल्म ‘टेक ऑफ’ में पार्वती एवं फहद फैसिल ने बेहद खूबसूरत अभिनय किया है.
टाइगर जिंदा में नर्सों को बचाने में स्वयं टाइगर अर्थात सलमान खान अपने दम पर यह कारनामा करते हैं और कैटरीना कैफ का सहयोग भी इस काम में उन्हें मिलता है. जबकि टेक ऑफ में नर्सों को बचाने के मामले को राजनीतिक रुप से सुलझाया जाता है. दोनों ही फिल्मों में आतंकवादियों को इराक का दिखाया गया है. आईएसआईएस एजेंट आतंकवादी इराक के अंदर नर्सों का किडनैप करके बैठे हुए हैं. टेक ऑफ फिल्म की हिरोईन पार्वती जो कि मलयालम फिल्म इंडस्ट्री की एक बहुत ही चर्चित और बड़ी अभिनेत्री है ने इस फिल्म में समीरा का रोल किया है. वह इस फिल्म में एक नर्स बनी है और वह आतंकवादियों के चंगुल में फंस जाती है. उनके पति मनोज राजनीतिक रूप से उन्हें बचाते हैं.
जबकि टाइगर जिंदा है में सलमान खान स्वयं अपने दम पर नर्सों को छुड़ाने का कार्य करते हैं. टेकऑफ मलयालम में रिलीज होने से पहले बहुप्रतीक्षित फिल्म रही है जिस तरह से टाइगर जिंदा है की रिलीज से पहले बहुप्रतीक्षित रही है. विशेष बात यह है कि 'टेक ऑफ' फिल्म के निर्माता –निर्देशक इस फिल्म का हिंदी संस्करण भी बनाने वाले थे लेकिन उससे पहले अली अब्बास जफर टाइगर जिन्दा है फिल्म की कहानी वैगेरा को लेकर काफी काम कर चुके थे और उन्हें पता लगते ही यशराज कैंप ने 'टेक ऑफ' के निर्माता निर्देशक को रोक लिया। टेक ऑफ के हिंदी संस्करण के लिए जेट एयरवे ने फाइनेंस करने का विचार भी बना लिया था। लेकिन बाद में फिल्म के हिंदी संस्करण को बंद करवा दिया गया।
दोनों ही फिल्म का कथानक एक जैसा है लेकिन अब देखना यह है टाइगर जिंदा है फिल्म जिस तरह से दर्शकों का इंतजार करवा रही थी क्या उनके इंतजार पर वह खरा उतरती या नहीं.
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