2017 बहुत जल्दी ही अलविदा कहने वाला है. चंद दिन ही इस वर्ष में शेष बचे हैं. उसके बाद एक नया वर्ष नए कैलेंडर के साथ सामने आएगा. बॉलीवुड के लिए यह वर्ष काफी उतार चढाव भरा रहा. बडे बड़े सितारों की फिल्में जहाँ बॉक्स ऑफिस पर लुढ़क ग वहीँ छोटे सितारों की एवं छोटे बजट की फिल्में चमक गई.
लेकिन विशेष बात यह रही कि इस वर्ष फिल्मों में मेल के बजाय फीमेल आधारित फिल्में अधिक प्रसिद्धि प्राप्त कर पाई. चाहे वो सीक्रेट सुपरस्टार हो या तुम्हारी सुलु. हिंदी सिनेमा में इस वर्ष ऐसी कई फिल्में आईं जिनकी हीरो नायिकाएं रही.
बॉलीवुड में देखा जाता है कि फीमेल लीड वाली फिल्में अधिक पसंद नहीं की जाती हैं. लेकिन विद्या बालन की डर्टी पिक्चर के बाद यह ट्रेंड बदला है और विद्या बालन अभिनीत कहानी एवं कहानी 2 दर्शकों ने खूब पसंद की. इसी तरह से इस वर्ष भी फीमेल लीड वाली फिल्में अधिक प्रभावी रही है. आइए देखते हैं इस वर्ष की चुनिंदा नायिका प्रधान फिल्मों की एक सूची.
सिमरन
कंगना रनौत अभिनीत इस फिल्म ने दर्शकों का एवं विशेष रूप से आलोचकों का अपनी ओर ध्यान बहुत खींचा. कंगना राणावत की बहुत ही स्वाभाविक एक्टिंग एवं उनका खूबसूरत अंदाज लोगों ने इसमें खूब पसंद किया.
सीक्रेट सुपरस्टार
एक मां बेटी की ऐसी कहानी जो स्त्री विमर्श के अनेक पहलुओं को छूती हो और जिसके अंदर अपनी जिंदगी के मायने समाज की दकियानुसी सोच के अंदर तलाशे जाते हों, को इस फिल्म में दर्शाया गया. एक लड़की के संगीत के जुनून का एक वीडियो यूट्यूब पर वायरल होना और अपना नाम छुपा कर सीक्रेट सुपरस्टार के नाम से प्रसिद्धि प्राप्त करना, इस कहानी में जायरा वसीम को लोगों ने खूब पसंद किया. यह फिल्म आमिर खान के प्रोडक्शन में बनी.
तुम्हारी सुलु
विद्या बालन अभिनीत तुम्हारी सुलु, विवाह के बाद एक आम हाउसवाइफ का नाईट आर जे बनना और उसके बाद पारिवारिक माहौल में किस तरह का प्रभाव होना यह लोगों ने खूब पसंद किया. तुम्हारी सुलु में विद्या बालन.. नेहा धूपिया और मलिष्का को लोगों ने खूब पसंद किया.
नाम शबाना
खुफिया एजेंट बनी तापसी पन्नू की एक दमदार भूमिका जिसमे जबरदस्त एक्शन भी था, इसे लोगों ने खूब पसंद किया. यूँ तो इस फिल्म में अक्षय कुमार एवं मनोज वाजपेय जैसे बड़े पुरुष अभिनेता भी थे लेकिन तापसी पन्नू का रोल मुख्य था एवं लोगों ने उसे पसंद भी किया.
लिपस्टिक अंडर माई बुर्का
स्त्रियों की छुपी हुई मन की भावनाओं को व्यक्त करने वाली एक बोल्ड कहानी जिसके अंदर अलग-अलग उम्र की 4 स्त्रियों की कहानियों को दिखाया गया. इसे भी लोगों ने बहुत पसंद किया. रत्ना पाठक.. कोंकणा सेन शर्मा..अहाना कुमरा और पल्बिता को इस फिल्म में खूब सराहा गया. हालांकि सेंसर बोर्ड ने पहले इस फिल्म को बैन कर दिया था लेकिन बाद में न्यायालय की दखल से यह फिल्म रिलीज हो पाई.
मोम एवं मातृ
माँ के ऊपर दो फिल्में रिलीज हुई. मोम एवं मातृ . दोनों में ही अभिनेत्रियों का प्रमुख रोल रहा . मातृ में रवीना टंडन नजर आई और दूसरी मॉम में श्रीदेवी. दोनों की एक्टिंग एवं प्रभावी डायलॉग अदायगी को भी लोगों ने बहुत पसंद किया. विशेष रुप से श्रीदेवी के जलवे तो इस फिल्म में देखने लायक थे. तो इस तरह से देखा जाए तो अभिनेत्रियों के द्वारा फिल्मों में अभिनीत रोल के कारण यह साल हीरोइनों के नाम रहा.
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