भारत
में सबसे अधिक हिन्दी ही बोली जाती है। लेकिन फिर भी हिन्दी भारत की राष्ट्रभाषा
नहीं है। बल्कि मात्र राजभाषा है। और वह भी पूर्णतः नहीं।
14
सितंबर 1949
को संविधान के अनुच्छेद 343
के अनुसार हिन्दी को राजभाषा घोषित किया गया। लेकिन यह कहा गया कि अभी देश आजाद
हुआ है।
इसलिए
अधिकतर उच्चअधिकारी अंग्रेजी में ही कार्य करते हैं। अतः 15 वर्ष बाद सभी लोग हिन्दी में काम करने लग
जायेंगे तब देश की राष्ट्रभाषा हिन्दी बना दी जायेगी। लेकिन 15 वर्ष बाद भी यही स्थिति रही और हिन्दी को
राष्ट्रभाषा नहीं बनाया गया। ये लोग अंग्रेजी पसंद वाले, अंग्रेजी मानसिकता वाले हैं।
Post a Comment