भारत के पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने वर्तमान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक पत्र लिखा है. जिसमें उन्होंने बहुत भावुक अपील की है. पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने इस पत्र में लिखा है कि आप पूर्व प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू से जुड़ी विरासत के साथ छेड़छाड़ ना करें.
इस पत्र में मनमोहन सिंह ने लिखा है कि मौजूदा केंद्र सरकार तीन मूर्ति स्थित नेहरू म्यूजियम एंड लाइब्रेरी का स्वरूप ही बदलना चाहती है, जो कि उचित नहीं है. पंडित जवाहरलाल नेहरु न कि सिर्फ कांग्रेस के नेता थे बल्कि पूरे देश के नेता थे.
अपने पत्र में पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेई का जिक्र भी किया है. उन्होंने कहा कि अटल बिहारी वाजपेई देश के 6 साल तक प्रधानमंत्री रहे. उन्होंने कभी भी तीन मूर्ति स्थित नेहरू के साथ कभी कोई छेड़खानी करने के बारे में सोचा भी नहीं और भले ही अटल बिहारी बाजपेई भाजपा के नेतृत्व वाली सरकार के प्रधानमंत्री रहे लेकिन ऐसे अच्छे प्रधानमंत्री रहे, जिन्हें विपक्ष के एवं दूसरी पार्टी के लोग भी बहुत पसंद करते थे और करते हैं.
लेकिन दुख की बात यह है कि मौजूदा सरकार अनेक चीजों के साथ छेड़खानी कर रही है. आपको बता दें कि राजनीतिक गलियारों में चर्चा यह है कि केंद्र सरकार सभी पूर्व प्रधानमंत्रियों के लिए म्यूजियम को नेहरू मेमोरियल म्यूजियम और लाइब्रेरी में ही बनवाना चाहती है.
मनमोहन सिंह जी ने अपने पत्र में अटल बिहारी वाजपेई के भाषण का भी जिक्र किया है. उन्होंने कहा कि अटल बिहारी वाजपेई में विपक्ष को साथ लेकर चलने का दृष्टिकोण, सज्जनता, महान नेता वाले गुण थे और निकट भविष्य में ऐसा नेता मिलना संभवत: संभव नहीं है.
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