जब सरहद पर एक जवान रक्षा करता हैए देशवासी घरों में महफूज होते हैंण् वह एक फौजी अपना घरए रिश्तेदारए परिवारए बच्चे छोड़ कर के देश की हिफाजत के लिए अपने घर से कोसों दूर रहता है। लेकिन जैसी ही फौजी को छुटटी मिलती है तो उसकी बांछे खिल जाती है। क्योंकि फौजी को मन भी अपने परिवार के साथ, अपने बीबी, बच्चों, मां, बाप, भाई बहनों, यार दोस्तों या गांव के लोगों के साथ बिताने का मन करता है। लेकिन डयूटी अर्थात देश सेवा के धर्म के आगे वह इन सबको पीछे छोड देता है। लेकिन एक फौजी के साथ उनहोनी घटना हो गई।
श्रीनगर में एक फौजी पिछले 14 साल से नौकरी कर रहा है। वह साल में एक या दो बार अपने घर आता रहता है। लेकिन अबकी बार वह जब घर आया तो उसने सोचा बच्चों को सरपराज देना चाहिए। इसलिए फौजी ने अपने आने की सूचना घर पर नहीं दी। और फौजी अचानक घर आ गया। फौजी रात को करीब 11 बजे घर पहुंचा। उसने घर का दरवाजा खूब खटखटाया तो अंदर से कोई आवाज ही नहीं आई। फौजी थोडा घबरा गया।
कुछ देर बाद उसने घर की दीवार फांदी और घर के अंदर आ गया। तो टीवी की आवाज आ रही थी। तो फौजी ने सोचा टीवी की आवाज की वजह से मेरी आवाज बच्चों को सुनी नहीं होगी। लेकिन जब उसने खिडकी के पास रखे कूलर को थोडा साईड करके झांक कर देखा तो अंदर का नजारा देखकर उसका दिल दहल गया। उसकी पत्नी किसी गैर मर्द की बाहों में थी।
फौजी ने गुस्से में कमरे का गेट बजाया और आवाज दी और बाद में गेट तोड दिया। लेकिन इतनी ही देर में फौजी पर दोनों ने हमला कर दिया। और फौजी का मार मार कर अधमरा कर दिया। पीडित फौजी ने थाना भादसों में केस दर्ज करवाया है।
फौजी ने बताया कि उसकी पत्नी जिसके साथ हमबिस्तर थी वह पिछले दो साल से उसके घर आता जाता है। पत्नी उसे अपना उसे राखी बांधती थी। रिश्ते में उसे अपना भाई बताती थी।
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