पुलवामा में हुए आतंकी हमले के बाद जिस तेजी से भारत पाकिस्तान के परिदृश्य में बदलाव आया है उसका पूरा विश्व चिंतित है. इसकी चिंता की सबसे बड़ी वजह है पाकिस्तान की कार्यवाही.

भारत का एक पायलट उसके कब्जे में है. इसके लिए बाकायदा पाकिस्तान ने 3 वीडियो रिलीज कर दिए हैं. इसमें पायलेट के साथ मारपीट करते दिखाया गया है. इसके बाद पाकिस्तान बार-बार यह कह रहा है कि वह भारत के साथ वार्ता करने एवं शांतिपूर्ण बातचीत करने का माहौल बनाना चाहता है.
पाकिस्तान की संसद के संयुक्त सत्र में प्रधानमंत्री ने इस बात की भी घोषणा की है की वह वह पायलेट को शुक्रवार को रिहा कर देगा. इमरान खान ने बार-बार कहा उन्होंने लगातार पीएम मोदी से तनाव कम करने और वार्ता करने की अपील की है.
लेकिन पाकिस्तान के इन बयानों में कितनी सच्चाई से कहा नहीं जा सकता. रिसर्च फाउंडेशन के प्रोफेसर हर्ष पन्त ने कहा की पाकिस्तान भारतीय पायलट के बहाने मोलभाव करना चाहता है. लेकिन पाकिस्तान को आज नहीं तो कल भारतीय पायलट को सकुशल छोड़ना पड़ेगा. इसके अलावा पाकिस्तान के पास कोई चारा नहीं है.

क्योंकि भारतीय पायलट को इस तरह से नहीं रखा जा सकता. जिनेवा में इसको लेकर कोई सटीक परिभाषा भी आज तक तय नहीं हो सकी है. यही वजह दूसरे देश के बंदी बनाए गए जवान पर जेनेवा के तहत लागू होती रही है.
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