दोस्तों नमस्कार. क्या आप सोच सकते हैं की मोहब्बतें
फिल्म में अमिताभ बच्चन की जगह अगर सुनील ग्रोवर होते तो, वह अपने अंदाज में
डायलॉग कैसे और किस तरह से बोलते हैं.
सुनील ग्रोवर शाहरुख खान से कहते भाई देख मैं तेरे
साथ अपनी लड़की की शादी कर दूँ लेकिन
वास्तविकता यह है कि तू कमाता धमाका तो कुछ है ही नहीं. यह तुन-तुना बजा कर मेरी लड़की को क्या खिलाएगा.
हां अगर तेरी निगाह इस प्रॉपर्टीज अर्थात इस कॉलेज
पर है तो यह गलत है. देख शाहरुख बेटा यह गुरुकुल मैंने बड़े परिश्रम, बड़ी मेहनत
से कमाया है. तुम जानते नहीं मैंने छोटे-छोटे शो किए तब
जाकर के थोड़े थोड़े पैसे बचे. उनसे मैंने गुरुकुल बनाया है.
जो भी
बच्चे आते हैं पढ़ने के लिए आते हैं. तुम उन्हें प्यार सिखा रहे हो. इश्क बता रहे
हो. और भैया कौन सा प्यार, कैसा प्यार, कैसा इश्क, हमारी तो बीवी हमसे प्यार नहीं
करती और तुम दूसरों को प्यार सिखा रहे हो.
इसलिए पहले कमाओ, कोई जॉब करो. खाली तुन तुना बजाने से कुछ नहीं होने वाला है और हमें संगीत
टीचर की आवश्यकता है और संगीत टीचर की सबसे पहली पहचान यह है की वह कम से कम 50 साल से बड़ा होन चाहिए. धोती कुर्ता
पहनता हो और अंग्रेजी तो बिल्कुलनहीं बोलता हो.
किसी पारंपरिक घराने से हो. जिसमें ऐसा तराना
छेड़े कि लोग संगीत सीखने भले न आएं लेकिन
गुरुकुल में लोगों की संख्या बढ़ जाए और तुम ऐसे करो सबसे पहले तो ये बच्चे फीस नहीं दे रहे. इनसे फीस कैसे ली जाए यह
तरीका बताओ और देख भाई गुरुकुल में बहुत
सारी लड़कियां है मेरी लड़की के पीछे क्यों पड़ा है.
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