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Sunday, May 13, 2018

Asaram was using these code words to kill girls : आसाराम इन कोड वर्ड के माध्यम से करते थे लड़कियों का शिकार



धर्म के नाम पर भारत में बाबाओं ने अच्छी-खासी लूट मचा रखी है. यहां तक कि अनेक बाबा व्यभिचार में या  अनैतिक कार्यों में पकड़े जाने के बावजूद भी लोग इनमें  खूब श्रद्धा रख रहे हैं. इससे अन्धविश्वास कितना व्यापक है एवं बाबाओं ने अपना असर कितना गहरा छोड़ रखा है इस बात का पता चलता है.


आसाराम के पास करीब 10000 करोड रुपए की संपत्ति है. पूरे विश्व में उसके लगभग 500 से अधिक आश्रम है. नाबालिक लड़की के साथ दुष्कर्म के अपराध में आसाराम को उम्रकैद हो चुकी है और इस समय वह जोधपुर की तिहाड़ जेल में बंद है. बावजूद इन सबके  उसके भक्तों की संख्या कम जरूर हुई है लेकिन खत्म नहीं हुई है.

आज हम आपको बताते हैं, वह अपने साधकों को और विशेष रूप से उनके जो भक्त थे उनमें लड़कियां थी, उनको कैसे प्रभावित करते थे और कोड वर्ड के आधार पर भोली भाली लड़कियों को आसाराम शिकार करते थे.
आसाराम के एक पुराने सेवक ने बताया है कि आसाराम एक लेजर टॉर्च का इस्तेमाल करते थे और उस टॉर्च की रोशनी यदि वह किसी लड़की पर तीन बार डालते थे तो इसका तात्पर्य यह था कि उसके सेवक उस लड़की को आसाराम के लिए तैयार करें.
अक्सर आसाराम 12 से 20 साल तक की लड़की को ही अपना शिकार बनाते थे. जब कोई लड़की उन्हें पसंद आ जाती थी तो बार-बार उसे जोगन के नाम से पुकारते थे और आसाराम के सेवक समझ जाते थे कि बाबा को यह लड़की चाहिए.

कई बार आसाराम को जो लड़की पसंद आती थी उसे बार-बार मीरा कहकर पुकारते थे और इससे उसके सेवक समझ जाते थे की बाबा को यह लड़की चाहिए.
आसाराम के पंडाल में हैसियत के अनुसार प्रसाद मिलता था अर्थात जो जितना अधिक चढ़ावा चढ़ाता था उसे उसी के अनुसार प्रसाद दिया जाता था लेकिन जो लड़कियां आसाराम को पसंद आती थी. वह उन्हें काजू का प्रसाद दिया करते थे. यह उनका एक इशारा या कोड वर्ड था. जिससे कि सेवक समझ जाते थे की  बाबा के लिए यह लड़की तैयार करनी है.
आसाराम इन नाबालिक लड़कियों के साथ दुष्कर्म हमेशा एकांत में करता था. जहां लड़कियां और वे स्वयं ही जाते थे. इनके अलावा कोई नहीं जाता था. तो ये थे कुछ कोड वार्ड आसाराम के लड़कियों के साथ दुष्कर्म करने के.

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