संजय लीला भंसाली की फिल्म पद्मावती को
सेंसर बोर्ड ने कुछ बदलावों के साथ नाम बदलकर रिलीज करने की अनुमति देने से
असंतुष्ट एक राजपूत संगठन ने पद्मावती फिल्म पर पूरे देश में प्रतिबंध लगाने की मांग
की है. और यहां तक कहा है कि यदि यह फिल्म दिखाई गई तो सिनेमाघरों में आग लगा
देंगे.
राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना के
पदाधिकारियों ने कहा है कि इस तरह से सेंसर बोर्ड का विवादित फिल्म को प्रदर्शित
करने की हरी झंडी देना निश्चित रूप से एक दुर्भाग्यपूर्ण निर्णय है और यदि ऐसा हुआ
तो इस निर्णय का उन्हे खामियाजा भुगतना पड़ेगा. राजपूत संगठन की गुजरात इकाई के
प्रमुख राज शेखावत ने अहमदाबाद में संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि यदि फिल्म पर
पूरे देश में प्रतिबंध नहीं लगाया गया तो हमारे संगठन के सदस्य कानून अपने हाथ में
ले लेंगे और इसके लिए हम नहीं स्वयं सेंसर बोर्ड जिम्मेदार होगा.
आपको बता दें कि पद्मावती फिल्म पिछले
महीनों से विवाद के कारण अटकी हुई है. जिसमें विशेष रूप से राजस्थान के राजपूत
संगठनों ने तथा देश के अनेक राज्यों एवं संगठनों ने इसका विरोध किया. जिसके कारण
यह फिल्म रिलीज नहीं हो पाई और अब खबरें आ रही थी कि सेंसर बोर्ड ने इस फिल्म में
कुछ बदलाव करके, कुछ कट्स लगाकर, नाम बदल करके यह फिल्म रिलीज करने की अनुमति
फिल्म के निर्माता-निर्देशक को दी है. लेकिन राजपूत संगठन के लोगों ने इसे लेकर
फिर से विवाद करना प्रारम्भ कर दिया है. मूलतः इस फिल्म पर यह आरोप है कि इतिहास
के तथ्यों को इस फिल्म में तोड़-मरोड़ कर प्रस्तुत किया गया है जो कि उचित नहीं है.
इतिहास को गलत तरीके से प्रस्तुत करना यह ठीक नहीं है.
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