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Friday, June 29, 2018

Do not forget even during mating, shame, or else regret it later : सम्भोग के समय भूलकर भी न करें शर्म, वरना बाद में पछताओगे


सम्भोग जीवन का अनिवार्य पक्ष है लेकिन यह एक निश्चित उम्र में और वैधानिक होना चाहिए. पुरुषों की अपेक्षा महिलाएं सम्भोग के मामले में पहल करने में अक्सर झिझक महसूस करती हैं. उन्हें लगता हैं पहल करने से उनका पार्टनर उनके बारे में अपने मन में गलत  धारणान बना लेगा. स्त्रियों में इस तरह के  ख्याल आने से ही उन्हें सम्भोग  जैसे विषय पर बात करने में झिझक महसूस करवाता हैं. जबकि पुरुष इस विषय पर खुलकर बात करना पसंद करते हैं. जो की काफी हद तक सही है.

सम्भोग में पहल करने के लिए साहस की जरुरत होती है. क्योंकि इस दौरान एक हिन् भावना मन में होती है की यह गलत तो नहीं है. क्योंकि अभी तक हमे कार्य गलत ही बताया गया है. हालाँकि आजकल मोर्डन जमाने में लड़के और लड़कियों इस मामले में काफी तेज हैं. वे श्रम नहीं करते हैं.
अगर आप अपने सम्भोग  जीवन को एन्जॉय के साथ साथ बेहतर बनाना चाहते हैं तो आपजो इसके प्रति शर्म नहीं करनी चाहिए. महिलाओं को  अपने पति से सम्भोग  के बारे में खुलकर बात करनी चाहिए.
सम्भोग में आपकी इच्छा, अनिच्छा, पोजीशन के हिसाब से  कम्फर्ट फील  ये एसी बाते हैं जो आपके लिए जरुरी है. अत; इन सब बातों पर खुलकर बात करनी चाहिए.

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