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Sunday, July 31, 2022

वाक्य शुद्धि-4

 वाक्य शुद्धि-4

10. सम्बन्ध कारक सम्बन्धी अशुद्धियाँ -

जहाँ पर दो वस्तुओं या अधिक वस्तुओं का 

परस्पर सम्बन्ध करने वाले चिह्न ’का’, ’के’, ’की’, 

रा, रे, री, ना, ने, नी आदि का प्रयोग होता है, 

लेकिन इन चिह्नों के सामने यदि दूसरा पद 

समास के योग्य हो तो उक्त चिह्न का लोप हो 

जाता है। इसके अतिरिक्त उक्त सम्बन्ध को व्यक्त 

करने वाले चिह्नों का जहाँ प्रयोग नहीं होता है 

वहाँ सम्बन्ध कारक सम्बन्धी अशुद्धि भी मानी 

जाती है।


जैसे -

अशुद्ध - राम श्याम के गाँव अलग-अलग है।

शुद्ध - राम का और श्याम का गाँव 

अलग-अलग है।

अशुद्ध - यह पानी का कुआँ है।

शुद्ध - यह कुआँ है।

अशुद्ध - यह विदेश का आदमी यहाँ कैसे आ 

गया ?

शुद्ध - यह विदेशी यहाँ कैसे आ गया ?

अशुद्ध - यहाँ गाँव के विद्यालयों के छात्र हैं।

शुद्ध - यहाँ ग्रामीण विद्यालयों के छात्र हैं।

अशुद्ध - उत्तम स्वास्थ्य संतुलित भोजन में है।

शुद्ध - उत्तम स्वास्थ्य के लिए सन्तुलित भोजन 

आवश्यक है।

अशुद्ध - गधे के आगे नृत्य करना मूर्खतापूर्ण 

बात है।

शुद्ध - गधे के आगे नृत्य करना मूर्खता की 

बात है।

अशुद्ध - गाँव में यह पानी का कुआँ कैसे सूख 

गया ?

शुद्ध - गाँव में यह कुआँ कैसे सूख गया ?

अशुद्ध - पिताजी ने टिल्लू को फटकारा कि 

तुमका यहाँ क्या काम हैं ?

शुद्ध - पिताजी ने टिल्लू को फटकारा कि 

तुम्हारा यहाँ क्या काम है ?

अशुद्ध - भारतभ्रमण हेतु अपना 

’टिफिन-कैरियर’ लेकर हम चल दिए।

शुद्ध - भारतभ्रमण हेतु हम अपनी भोजन की 

सामग्री लेकर चल दिए।

अशुद्ध - धूम्रपान, मद्यपान आदि अपने ऐसी 

बातों से दूर रहते हैं।

शुद्ध - मैं धूम्रपान, मद्यपान आदि दुर्गुणों से दूर 

रहता हूँ।

अशुद्ध - निम्नलिखित पद में वचन-अशुद्धि है।

शुद्ध - निम्नलिखित पद में वचन की अशुद्धि 

है।

अशुद्ध - सर्वविदित है कि परिवर्तन का नियम 

संसार है।

शुद्ध - सर्वविदित है कि परिवर्तन संसार का 

नियम है।

अशुद्ध - सफेद संगमरमर के ताजमहल की 

सौन्दर्य अवर्णनीय है।

शुद्ध - सफेद संगमरमर के ताजमहल का 

सौन्दर्य अवर्णनीय है।

11. अधिकरण कारक सम्बन्धी अशुद्धियाँ -

जहाँ पर आधार अर्थ को व्यक्त किया जाता है 

वहाँ ’में, पर’ आदि चिह्नों का प्रयोग होता है। 

यदि चिह्नों के सामने समास के योग्य पद होता 

है तो वहाँ पर समास हो जाने से अधिकरण 

सम्बन्धी चिह्नों का प्रयोग नहीं होता है, परन्तु 

जहाँ आवश्यक होते हुए भी उक्त चिह्नों का 

प्रयोग नहीं किया जाता है तो वहाँ अधिकरण 

कारक सम्बन्धी अशुद्धि होती है।

जैसे -

अशुद्ध - घर कौन है? मुझे कुछ पूछना है।

शुद्ध - घर पर कौन है? मुझे उनसे कुछ पूछना 

है।

अशुद्ध - अधिकारी ने कहा कि अधिसूचना ऐसा 

नहीं कहती।

शुद्ध - अधिकारी ने कहा कि अधिसूचना में 

ऐसा नहीं कहा गया है।

अशुद्ध - आज बजट के ऊपर बहस होगी।

शुद्ध - आज बजट पर बहस होगी।

अशुद्ध - आदर्श वाक्य है कि माता-पिता से 

आस्था रखो।

शुद्ध - आदर्श वाक्य है कि माता-पिता में 

आस्था रखो।

अशुद्ध - इतनी रात गए कुँए में कौन पानी भर 

रहा है ?

शुद्ध - इतनी रात गए कुँए पर कौन पानी भर 

रहा है ?

अशुद्ध - कल सांय से ही चिङिया पेङ में है।

शुद्ध - कल सांय से ही चिङिया पेङ पर है।

अशुद्ध - कन्हैया हलवाई की मिठाई में मक्खियाँ 

बैठ रही है।

शुद्ध - कन्हैया हलवाई की मिठाई पर मक्खियाँ 

बैठ रही है।

अशुद्ध - खस से निर्मित इत्र के भीतर सुगंध 

है।

शुद्ध - खस से निर्मित इत्र में सुगंध है।

अशुद्ध - मुगलगार्डन राष्ट्रपति भवन पर है।

शुद्ध - मुगल गार्डन राष्ट्रपति भवन में है।

अशुद्ध - मैं प्रार्थना करता हूँ कि आपका घर 

शान्त रहे।

शुद्ध - मैं प्रार्थना करता हूँ कि आपके घर में 

शान्ति रहे।

अशुद्ध - सम्राट् देश में शासन करता है।

शुद्ध - सम्राट् देश पर शासन करता है।

अशुद्ध - यथार्थ मानव धर्म का विश्वास रखता 

है।

शुद्ध - यथार्थ मानव धर्म पर विश्वास रखता है।

12. संज्ञा, सर्वनाम और विशेषण के विभक्ति 

रूपों से सम्बन्धित अशुद्धियाँ -

अशुद्ध - आलसी ने भगवान से कहा कि मैं 

चाहता हूँ कि मुझे सुख मिले।

शुद्ध - आलसी ने भगवान से कहा कि मैं 

चाहता हूँ कि मैं सुखी रहूँ।

अशुद्ध - आपका कुत्ता भाग गया, कहाँ से 

आएगा?

शुद्ध - आपका कुत्ता भाग गया, अब वह कहाँ 

से आएगा ?

अशुद्ध - कबीर ने कहा कि अकेला वही दुःखी 

हूँ।

शुद्ध - कबीर ने कहा कि अकेला मैं ही दुःखी 

हूँ।

अशुद्ध - कृष्ण और राम अपने घर गए।

शुद्ध - कृष्ण और राम अपने-अपने घर गए।

अशुद्ध - गौतम बुद्ध की मूर्ति में एक आभा नृत्य 

करती दिखाई देती है।

शुद्ध - गौतम बुद्ध की मूर्ति में एक आभा 

प्रतिभासित होती है।

अशुद्ध - गायत्री अपना पढ़ती है और घर का 

काम भी करती है।

शुद्ध - गायत्री पढ़ती है और अपने घर का 

काम भी करती है।

अशुद्ध - चार लङकियाँ और दो बालकों का 

ध्यान रखना।

शुद्ध - चार लङकियों और दो बालकों का 

ध्यान रखना।

अशुद्ध - पक्षी ने घोंसला वृक्ष पर बनाया।

शुद्ध - पक्षी ने वृक्ष पर अपना घोंसला बनाया।

अशुद्ध - भिक्षुओं का यह मानना है कि उससे 

मांगो, जो धन रखता हो।

शुद्ध - भिक्षुओं का यह मानना है कि जिसके 

पास धन हो, उससे माँगो।

अशुद्ध - डाक बंगले के कमरे में दो दरवाजे 

थे, दोनों बन्द थे।

शुद्ध - डाक बंगले के कमरे में दो दरवाजे थे 

और वे दोनों बन्द थे।

अशुद्ध - दुकानदार ने कहा कि खाना-कपङा 

का पैसा कौन देगा ?

शुद्ध - दुकानदार ने कहा कि खाने-कपङे का 

पैसा कौन देगा ?

अशुद्ध - सेठ भिखारी को पीट रहा था मैंने 

और आपने वह सब देखा।

शुद्ध - सेठ भिखारी को पीट रहा था, आपने 

और मैंने वह सब देखा।

अशुद्ध - संजय सुस्त है, काम नहीं करता है।

शुद्ध - संजय सुस्त है, कोई काम नहीं करता 

है।

अशुद्ध - सभी को परस्पर एक दूसरे से मिलकर 

रहना चाहिए।

शुद्ध - सभी को परस्पर मिलकर रहना चाहिए।

अशुद्ध - स्वयं को दोषों को छुपाना तथा दूसरे 

के दोष निकालना सरल है।

शुद्ध - स्वयं के दोषों को छुपाना तथा दूसरों 

के दोष निकालना सरल है।

अशुद्ध - स्लेट का परीक्षा परीणाम सुनकर गीता 

को ऐसा धक्का लगा कि गिर पङी।

शुद्ध - स्लेट का परीक्षा परिणाम सुनकर गीता 

को ऐसा धक्का लगा कि वह गिर पङी।


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