आप जो कर रहे हैं वो करते रहिये
रहीम दास जी ने कहा है
करत करत अभ्यास के जड़मति होत सुजान
रसरी आवत जात है सिल पर पडत निशान
इसलिए लगे रहो मंजिल जरुर मिलेगी |
ऐसा कहा जाता है, इसलिए मैं भी कह रहा हूँ
वरना मंजिल आज तक मिली किसी को भी नहीं है |
निराला, प्रेमचंद ,अघेय लिखले लिखते मर गए लिखने की मंजिल मिली क्या ?
अमिताब बच्चन फिल्म पे फिल्म बनाये जा रहा है फिल्मों की मंजिल मिली क्या ?
सचिन संचूरी पे संचूरी बनाये जा रहा है मंजिल मिली क्या ? मैं भी अपनी तरफ से
खूब लिखने का अभ्यास कर रहा हूँ अभी तक तो मंजिल मिली नहीं हैं |
शेष आप को सुभ व मुझे लाभ की कामनाओं सहित मकरसक्रांति व उतरायण पर मुझे मिठाई
खिलाना मेरा मन खुश हो जायेगा, भगवान को खिलाओ तो उसका मन खुश होगा या नहीं
कोई गारंटी नहीं हैं |
प्रदीप प्रसन्न
रहीम दास जी ने कहा है
करत करत अभ्यास के जड़मति होत सुजान
रसरी आवत जात है सिल पर पडत निशान
इसलिए लगे रहो मंजिल जरुर मिलेगी |
ऐसा कहा जाता है, इसलिए मैं भी कह रहा हूँ
वरना मंजिल आज तक मिली किसी को भी नहीं है |
निराला, प्रेमचंद ,अघेय लिखले लिखते मर गए लिखने की मंजिल मिली क्या ?
अमिताब बच्चन फिल्म पे फिल्म बनाये जा रहा है फिल्मों की मंजिल मिली क्या ?
सचिन संचूरी पे संचूरी बनाये जा रहा है मंजिल मिली क्या ? मैं भी अपनी तरफ से
खूब लिखने का अभ्यास कर रहा हूँ अभी तक तो मंजिल मिली नहीं हैं |
शेष आप को सुभ व मुझे लाभ की कामनाओं सहित मकरसक्रांति व उतरायण पर मुझे मिठाई
खिलाना मेरा मन खुश हो जायेगा, भगवान को खिलाओ तो उसका मन खुश होगा या नहीं
कोई गारंटी नहीं हैं |
प्रदीप प्रसन्न
Post a Comment